Tokyo Olympic 2020
टोक्यो ओलिंपिक में चीन के एथलीट 32 गोल्ड मेडल जीतकर टैली में शीर्ष पर हैं, इसके बावजूद खिलाड़ी देश लौटने में घबरा रहे हैं। वजह है गोल्ड मेडल जीतने के लिए राष्ट्रवादियों का भयंकर दबाव।
चीन ने टोक्यो में 431 एथलीट का अब तक का सबसे बड़ा दल भेजा है। खिलाड़ियों से उम्मीद की जा रही है कि वे सभी प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीतें। गोल्ड मेडल न जीतने पर एथलीट सार्वजनिक रूप से माफी भी मांग रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ‘अति राष्ट्रवादी’ चीनियों के लिए मेडल हारने का मतलब ‘आप देशभक्त नहीं हैं।’ जापान से हार के बाद सोशल मीडिया पर चीन के लोगों ने खिलाड़ियों की जमकर आलोचना की।
कुछ यूजर ने लिखा,‘मिक्स्ड डबल्स की जोड़ी ने देश का सिर नीचा कर दिया है। मेडल गंवाया यानी देश को धोखा दिया।’ बात सिर्फ इस मैच की नहीं है। ली जुनहुई और लिउ यूचेन पर बैडमिंटन डबल्स फाइनल में ताइवान से हारने पर तंज कसा गया। यूजर्स ने लिखा,‘दोनों नींद में थे, थोड़ी भी कोशिश नहीं की।’ पहला गोल्ड मेडल जीतने वाली शार्पशूटर यांग कियान को भी नहीं बख्शा गया। उनकी पुरानी पोस्ट को निशाना बनाया गया।