Punjab Sports Minister mourns passing away of ‘Flying Sikh’ Padma Shri Milkha Singh
महान एथलीट पद्मश्री मिलखा सिंह के देहांत पर गहरा दुख प्रकट करते हुए पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने कहा कि एशिया के इस महान एथलीट के निधन की ख़बर सुनकर उनको गहरा सदमा पहुंचा है।फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिलखा सिंह का कल कोविड से लड़ते हुए पी.जी.आई. चण्डीगढ़ में देहांत हो गया था। उनके परिवार में पीछे पुत्र जीव मिलखा सिंह (प्रसिद्ध गौलफर) और तीन बेटियाँ हैं। उन्होंने एशिया और राष्ट्रमंडल खेलों में कई पदक भारत की झोली में डाले थे।खेल मंत्री राणा सोढी अंतिम सत्कार और श्रद्धाँजलि भेंट करने के लिए मिलखा सिंह के घर पहुँचे। उन्होंने परिवार, मित्रों और स्नेहियों के साथ दुख साझा करते हुए परमात्मा के समक्ष अरदास की कि वह दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और पीछे परिवार को ईश्वरीय आदेश मानने का बल प्रदान करें।अपने शोक संदेश में खेल मंत्री ने कहा कि मिलखा सिंह के देहांत से 100 करोड़ लोगों से अधिक की आबादी वाले इस मुल्क ने अपने खेल नायक को खो दिया है। उनके चले जाने से देश को एक बड़ी क्षति हुई है, जिसकी पूर्ति नहीं की जा सकती।ज़िक्रयोग्य है कि मिलखा सिंह को उनकी खेल गतिविधियों के लिए पद्मश्री के अवार्ड से नवाजा गया। वह रोम ओलम्पिक्स 1960 में 400 मीटर दौड़ में चौथे स्थान पर रहे, जबकि उन्होंने 1958 कार्डिफ राष्ट्रमंडल खेल में स्वर्ण पदक के अलावा 1958 टोकियो और 1962 जकार्ता एशिया खेल में स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने तीन ओलम्पिक्स 1956 मेलबर्न, 1960 रोम और 1964 टोकियो में भारत का प्रतिनिधित्व किया।