बच्चों से दूर रखें ये चीज़, इसकी वजह से हर साल 1 लाख बच्चों की हो रही अकाल मौत..
plastic harmful effects
हमारी रोज़ के जीवन में काम आने वाली कई चीज़ो में से एक है प्लास्टिक लेकिन इंसानों के लिए यह प्लास्टिक एक स्लो पॉइजन बनता जा रहा है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इस स्लो पाइजन को लेकर लोगों को अलर्ट भी किया है। और एक रिसर्च में सामने आया है की बच्चों के खिलौनों, शैंपू और खाने के प्लास्टिक कंटेनर में मौजूद केमिकल्स से हर साल 1 लाख लोगों की अकाल मौत हो सकती है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि प्लास्टिक में मौजूद थैलेट्स नाम के केमिकल से अमेरिका में हर साल 55 से 65 साल के 107,000 बुजुर्गों की अकाल मौतें हो सकती हैं। पिछले एक दशक में थैलेट्स से इंसान में नपुंसकता और मोटापे का सीधा कनेक्शन पाया गया है। इसे देखते हुए कुछ देशों में इसके इस्तेमाल को कम किया गया है।
शोधकर्ता डॉ. लियोनार्डो ट्रेसेंड कहते हैं, थैलेट्स का इस्तेमाल प्लास्टिक के ऐसे उत्पादों को बनाने में किया जाता है जो लम्बे समय तक टिक सकें। इंसान ऐसे कई उत्पादों को लम्बे समय इस्तेमाल करता है, जैसे-फ्लोरिंग, प्लास्टिक पैकेजिंग और गार्डन इक्विपमेंट। इससे मौत का खतरा बढ़ता है।
How plastic is harmful for us
शोधकर्ता कहते हैं, थैलेट्स वाली प्लास्टिक की चीजों में भोजन खाने-पीने या सांस के जरिए इसके कण शरीर में पहुंचने पर खतरा बढ़ता है। बच्चे ऐसी प्लास्टिक से बने खिलौनों के साथ ज्यादा समय बिताते हैं, इन्हें छूते हैं और मुंह में डालते हैं, जिससे रिस्क बढ़ता है।
शरीर में पहुंचने के बाद यह केमिकल टूटता है और यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है। यूरिन के सैम्पल से इसका पता लगाया जाता है। सबसे ज्यादा यह केमिकल महिलाओं में पाया जाता है। विशेषज्ञों का मानना है, इसकी वजह महिलाओं का कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का अधिक इस्तेमाल करना है।
शरीर में इसकी मात्रा अधिक बढ़ने पर सेहत बिगड़ती है और मौत का खतरा बढ़ता है।