Punjab-Chandigarh

CS ORDERS INOCULATION OF LEFT OUT HEALTHCARE WORKERS, KIN

कोविड की संभावी तीसरी लहर के हमले से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए पंजाब की मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने गुरूवार को टीका लगवाने से रह गए स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और उनके परिवारों का तुरंत टीकाकरण करने के हुक्म दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं में स्थायी और ज़रूरत अनुसार सुधार करने पर भी ज़ोर दिया।
राज्य के चार सरकारी मैडीकल कॉलेजों द्वारा कोविड की तीसरी संभावी लहर से निपटने संबंधी की गई तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि हर मैडीकल कॉलेज की स्वास्थ्य सुविधाओं में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है जिसके अंतर्गत घातक वायरस की संभावित वृद्धि को प्रभावी ढंग से रोकने के लिए 1,430 से अधिक स्तर-2 बैड, 700 से अधिक स्तर-3 बैडों सहित बच्चों के इलाज के लिए 262 बैडों की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि भविष्य की माँग को पूरा करने के मद्देनज़र राज्य के चार मैडीकल कॉलेजों के लिए 20 करोड़ रुपए से अधिक का अतिरिक्त साजो-सामान खरीदा जा रहा है।
इस कठिन समय के दौरान डटकर काम करने वाले स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सराहना करते हुए मुख्य सचिव ने दोनों विभागों को ट्रशरी केयर सुविधाएं, जोकि बच्चों, फंगल इन्फ़ेक्शन, ऑक्सीजन सप्लाई, मानव संसाधन, दवाओं के भंडार, अन्य ज़रूरी वस्तुएँ और टेस्टिंग सुविधाओं आदि से संबंधित हैं, को और अधिक अपग्रेड करने और बढ़ाने के लिए भी कहा है जिससे समय रहते राज्य को कोविड की तीसरी लहर के प्रकोप से बचाया जा सके।
उन्होंने मैडीकल कॉलेजों में उचित मैडीकल ऑक्सीजन तैयार करने संबंधी सुविधाएं मुहैया करवाने की हिदायत की ताकि यहाँ से ऑक्सीजन कंसनट्रेटर दूसरे क्षेत्रीय अस्पतालों में भेजा जा सके।
श्रीमती महाजन ने चल रही भर्ती प्रक्रिया के द्वारा माहिर डॉक्टरों की संख्या में वृद्धि करने को प्राथमिकता देने के लिए भी कहा और अगले कुछ हफ़्तों में वह इस भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह पूरा करने के लिए आशावान हैं।
मीटिंग में दूसरी कोविड लहर के दौरान महसूस की गई बायोमैडीकल इंजीनियरिंग सर्विसिज डिवीज़न की ज़रूरत संबंधी चर्चा की गई जिसके बाद भविष्य में मैडीकल उपकरणों के रखरखाव के लिए एक सुचारू नीति बनाई जा रही है।
प्रत्येक अस्पताल में मैडीकल ऑक्सीजन प्लांट लगाने और उपलब्ध बिजली सप्लाई के लिए चल रहे कार्य की भी विस्तार के साथ समीक्षा की गई। इसके अलावा बुनियादी ढांचे में वृद्धि और भर्ती में तेज़ी लाने के मद्देनज़र विभिन्न अंतर-विभागीय तालमेल संबंधी मुद्दों पर भी विचार किया गया।
मीटिंग में वित्त विभाग के प्रमुख सचिव के.ए.पी. सिन्हा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव हुस्न लाल, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रमुख सचिव डी.के. तिवारी, स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के सलाहकार डॉ. के के तलवार, बाबा फ़रीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की डायरैक्टर डॉ. सुजाता शर्मा सहित चार सरकारी मैडीकल कॉलेजों अमृतसर, पटियाला, फरीदकोट और मोहाली के प्रमुख और सीनियर डॉक्टर मौजूद थे।

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