18 Inch Naga Sadhu At Kumbh Mela Haridwar 2021
महाकुंभ मेले के दौरान बड़ी संख्या में साधु-संत आस्था के इस संगम में हरिद्वार में डेरा जमाए हुए हैं. कोई अपनी अनूठी साधना तो कोई अनोखी कद काठी के कारण लोगों का ध्यान अपनी और केंद्रित कर रहा है. ऐसे ही एक खास बाबा है नारायण नंद स्वामी. जिनका कद महज़ 18 इंच है और वजन भी सिर्फ 18 किलो ही है. बाबा नारायण नंद भगवान शिव की आराधना में लीन रहते हैं. और हरिद्वार के श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के पास बिरला घाट पुल के किनारे नारायण नंद ने अपना डेरा जमाया हुआ है. जो कोई भी इस राह से गुजरता है, वह नारायण नंद गिरी महाराज के दर्शन करने के लिए जरूर रुकता है.
55 वर्षीय नारायण नंद गिरी बताते हैं कि वह मध्य प्रदेश के झांसी के रहने वाले हैं. और 2009 के हरिद्वार महाकुंभ में वो जूना अखाड़े में शामिल हुए और नागा सन्यासी की दीक्षा भी ली. उससे पहले उनका नाम सत्यनारायण पाठक था लेकिन सन्यास की दीक्षा लेने के बाद इनका नाम नारायण नंद गिरी महाराज हो गया.
वो बताते हैं कि जब तक उनके माता-पिता जीवित थे, तब तक वह किसी के आश्रित नहीं थे. माता-पिता के होते हुए वे घर से कभी बाहर तक नहीं निकले. उनके खाने-पीने, उठाने-बैठाने से लेकर सभी काम उनके माता-पिता ही करते थे लेकिन मां-बाप के गुजर जाने के बाद उनकी परेशानी बढ़ गई. फिर उन्होंने संन्यास की तरफ कदम बढ़ाया और जूना अखाड़े के संन्यासी बन गए.
बता दे की बाबा नारायण नंद के साथ हमेशा उनका एक शिष्य उमेश रहता है. एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने से लेकर उठाने बैठाने तक सभी काम शिष्य उमेश कुमार ही करता हैं.