भारत का एक ऐसा गांव जहां का मुखिया खाता है भारत में और सोता है म्यांमार में
suman sidhu
क्या आपने ऐसे गांव के बारे में सुना है, जहां का मुखिया खाना किसी और देश में खाता हो और सोने के लिए किसी और देश में जाता हो। अगर आप ने ऐसा नहीं सुना तो आज हम को बताते हैं भारत में एक ऐसा गांव है जिसका नाम लोंगवा है और जिसका हिस्सा आधा भारत में और आधा म्यांमार में पड़ता है इस गांव की और परंपरा है जहा सदिओं से रहने वाले लोगों के बीच दुश्मन का सिर काटने की प्रथा है और 1940 में प्रतिबंध लगाया गया है लोंगवा नागालैंड के मोन जिले में घने जंगलों के बीच म्यांमार सीमा से सटा हुआ भारत का आखिरी गांव है ।
यह मुखिया कई गांवों का प्रमुख होता है। उन्हें एक से ज्यादा पत्नियां रखने की छूट है। फिलहाल जो यहां का मुखिया है, उसकी 60 बीवियां हैं। भारत और म्यांमार की सीमा इस गांव के मुखिया के घर के बीच से होकर निकलती है। इसलिए कहा जाता है कि यहां का मुखिया खाना भारत में खाता है और सोता म्यांमार में है। इस गांव के लोगों को भारत और म्यांमार दोनों देशों की नागरिकता मिली हुई है। वो बिना पासपोर्ट-वीजा के दोनों देशों की यात्रा कर सकते हैं।